हनुमानजी की गदा का नाम कौमोदकी है। यह गदा सोने से बनी थी और बहुत भारी थी । हनुमानजी को यह गदा धन के देवता कुबेर से मिली थी। कौमोदकी गदा बहुत शक्तिशाली है और हनुमानजी ने इसका उपयोग कई राक्षसों और दानवों को परास्त करने के लिए किया था।
मान्यता है कि यह गदा भगवान शिव की थी और उन्होंने इसे धन के देवता कुबेर को दि थी । और धन के देवता कुबेर ने भगवान हनुमान की भक्ति को देख हनुमान जी को यह गदा भेंट में दी थी। यह गदा वाल्मीकि रामायण के अनुसार 10800 मन (लगभग 540 टन) वजनी है। यह गदा काफी चमत्कारी थी यह गदा अदृश्य हो सकती है। इस गदा में अनेक देवी-देवताओं का वास है। हनुमान जी की गदा उनकी शक्ति और वीरता का प्रतीक है। यह गदा असत्य पर सत्य की विजय का भी प्रतीक है।