इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल 2024, मंगलवार को हे। हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म का उत्सव मनाया जाता है, जो भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त थे। यह चैत्र महीने की पूर्णिमा हनुमान जयंती मनाई जाती है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल में पड़ता है। हनुमान जयंती के दिन, भक्त हनुमान मंदिरों में जाते हैं। , प्रार्थना, हनुमान चालीसा, और भगवान हनुमान की विशेष आरती करते हैं। इस दिन लोग उपवास भी रखते हैं और रामायण का पाठ करते हैं।
हनुमानजी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को मंगलवार के दिन हुआ था। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, उनका जन्म 85 लाख 58 हजार 112 वर्ष पहले त्रेतायुग के अंतिम चरण में हुआ था।
जन्म स्थान:
हनुमानजी का जन्म स्थान निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है।
- कई लोग मानते हैं कि उनका जन्म आज के हरियाणा राज्य के कैथल जिले में हुआ था, जिसे पहले कपिस्थल कहा जाता था।
- कुछ लोग मानते हैं कि उनका जन्म आज के गुजरात राज्य के अंजना पर्वत पर हुआ था।
भगवान हनुमान जन्म कथा:
हनुमान जी का जन्म अंजना और केसरी के घर हुआ था। अंजना को वरदान प्राप्त था कि उन्हें शिव पुत्र का जन्म होगा। जब माता अंजना तप कर रही थीं, तब देवराज इंद्र ने वायुदेव को अंजना के गर्भ में शिव का अंश स्थापित करने का आदेश दिया। इसी कारण उन्हें पवन या वायु पुत्र हनुमान भी कहा जाता है
- वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जब अंजना तप कर रही थीं, तब देवराज इंद्र ने वायुदेव को अंजना के गर्भ में शिव का अंश स्थापित करने का आदेश दिया।
- स्कंद पुराण के अनुसार, हनुमान जी का जन्म सीता की खोज के दौरान हुआ था। रावण से युद्ध के दौरान रावण ने मेघनाद को शक्ति प्रदान करने के लिए यज्ञ शुरू किया। रावण को रोकने के लिए हनुमान जी ने सूर्य को निगल लिया। सूर्य देव के अनुरोध पर हनुमान जी ने सूर्य को मुक्त किया और रावण का यज्ञ विफल हो गया।
- पद्म पुराण के अनुसार, हनुमान जी का जन्म अंजना और केसरी के घर हुआ था। हनुमान जी का जन्म अंजना को मिले वरदान के कारण हुआ था।
हनुमान जयंती पूरे भारत में मनाई जाती है, लेकिन यह उत्तर भारत में विशेष रूप से लोकप्रिय है। इस दिन, कई मंदिरों में विशेष उत्सव आयोजित किए जाते हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध उत्सव उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित किया जाता है। इस उत्सव में लाखों भक्त शामिल होते हैं।
हनुमान जयंती बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह भगवान हनुमान की भक्ति और समर्पण का भी जश्न मनाता है।
हनुमान जयंती 2024: तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि
तिथि:
- पूर्णिमा तिथि: 23 अप्रैल 2024, मंगलवार को सुबह 03:25 बजे से प्रारंभ होगी।
- पूजा का शुभ मुहूर्त: 23 अप्रैल 2024, मंगलवार को सुबह 10:55 बजे से दोपहर 12:38 बजे तक।
महत्व:
- हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्मदिन का उत्सव है, जो भगवान राम के सबसे भक्त और शक्तिशाली अनुयायी थे।
- इस दिन भक्त हनुमान जी की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और भगवान राम और हनुमान जी की कथाएं सुनते हैं।
- हनुमान जयंती को मनाने के लिए मंदिरों में विशेष पूजा और भजन आयोजित किए जाते हैं।
पूजा विधि:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- घर या मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- हनुमान जी को चंदन, सिंदूर, फूल, फल और मिठाई चढ़ाएं।
- हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, या अन्य हनुमान स्तोत्र का पाठ करें।
- आरती करें और हनुमान जी से अपनी मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें।
अद्भुत संयोग:
- 2024 में हनुमान जयंती मंगलवार को पूर्णिमा तिथि को पड़ रही है, जो कि एक अद्भुत संयोग है।
- ऐसा माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
हनुमान जयंती के दिन कुछ विशेष बातें:
- इस दिन हनुमान जी के मंदिरों में विशेष पूजा और भजन आयोजित किए जाते हैं।
- भक्त हनुमान जी की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और भगवान राम और हनुमान जी की कथाएं सुनते हैं।
- कुछ लोग इस दिन हनुमान जी के जन्म स्थान अंजनी पर्वत पर भी जाते हैं।
यह भी ध्यान दें:
- हनुमान जयंती के दिन किसी भी प्रकार की हिंसा न करें।
- गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और दान दें।
- सत्य बोलें और दूसरों की मदद करें।
हनुमान जयंती 2024 के लिए आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!
हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है, एक बार चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को और दूसरी बार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को।
हनुमान जयंती मनाने का महत्व:
- हनुमान जी भगवान राम के सबसे भक्त और शक्तिशाली अनुयायी थे।
- हनुमान जी को शक्ति, बुद्धि, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है।
- हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Happy Hanuman Jayanti 2024 quote | हनुमान जयंती की शुभकामनाएं
हनुमानजी का नाम है, कलयुग में महान, कोई भी संकट आए भारी, हनुमंत कर देते तुरंत समाधान।
हनुमानजी का भक्त हूँ, किसी से नहीं डरता, कर्मों का फल भोगता हूँ, सीधे पथ पर चलता।
हनुमानजी का वास है, मेरे हृदय में, सत्य और न्याय की राह पर, चलूंगा मैं सदैव।
हनुमानजी का नाम जपता हूँ, हर पल हर क्षण, मेरे दुश्मन कांपते हैं, देखकर मेरा तन।
हनुमानजी का भक्त हूँ, मैं शांत और निर्भीक, किसी भी विपत्ति का सामना करूँगा, मैं हूँ वीर।
हनुमानजी का ज्ञान है, मेरे मन में, सदा सत्य की राह पर चलूंगा, मैं हूँ सच्चा हनुमान का भक्त।
हनुमानजी की भक्ति है, मेरे जीवन का आधार, भक्ति और कर्म से सफलता पाऊँगा, मैं हूँ हनुमान का प्यारा।
हनुमानजी का नाम जपते रहो, मिलेगा सुख और समृद्धि, हनुमानजी की कृपा से, दूर होंगे सभी कष्ट और विपत्ति।
हनुमानजी का आशीर्वाद है, मेरे जीवन पर, सफलता और खुशी मिलेगी, हर एक मोड़ पर।
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