ज्येष्ठ माह हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना होता है। यह महीना आमतौर पर मई और जून के महीनों में आता है। ज्येष्ठ माह को अग्निषष्ठ और वर्षाष्ठ के नाम से भी जाना जाता है।
इस महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
24 मई 2023: संकष्टी चतुर्थी: भगवान गणेश को समर्पित यह त्यौहार हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
31 मई: भूतड़ा एकादशी: यह एकादशी पितरों के निमित्त मनाई जाती है। इस दिन लोग पितरों के तर्पण के लिए दान-पुण्य करते हैं और पितृशास्त्र का पाठ करते हैं।
2 जून 2024: अपरा एकादशी: यह साल की दूसरी एकादशी है। इस दिन व्रत रखने वालों को अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए।
05 जून 2024: व्यास पूर्णिमा: यह ऋषि वेद व्यास के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। इस दिन लोग वेदों का पाठ करते हैं और व्यास पूजा करते हैं।
4 जून 2024:
- मासिक शिवरात्रि: यह महीने में आने वाली दूसरी शिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।
- प्रदोष व्रत (कृष्ण): यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और हर महीने की कृष्ण पक्ष की प्रदोष को मनाया जाता है।
6 जून 2024:
- ज्येष्ठ अमावस्या: यह साल की तीसरी अमावस्या है। इस दिन लोग स्नान, दान और पुण्य कार्य करते हैं।
- शनि जयंती: भगवान शनि का जन्मदिन।
10 जून 2024: विनायक चतुर्थी: भगवान गणेश को समर्पित यह त्यौहार हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
11 जून 2024: निर्मल षष्ठी: यह भगवान स्कंद का जन्मदिन माना जाता है। इस दिन लोग भगवान स्कंद की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं।
14 जून 2024:
- धूमावती जयंती: देवी धूमावती का जन्मदिन।
- मासिक दुर्गाष्टमी: देवी दुर्गा को समर्पित यह त्यौहार हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।
15 जून 2024: मिथुन संक्रांति: सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश।
16 जून 2024: गंगा दशहरा: गंगा नदी के अवतरण का दिन।
17 जून: अष्टमी: इस तिथि को कई देवी-देवताओं का जन्मदिन माना जाता है, जैसे कि माँ दुर्गा, भगवान शिव, और भगवान कृष्ण। इस दिन लोग इन देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।
18 जून 2024: निर्जला एकादशी: साल की सबसे कठिन एकादशियों में से एक। इस दिन व्रती को जल भी ग्रहण नहीं करना होता है।
19 जून 2024: प्रदोष व्रत (शुक्ल): यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और हर महीने की शुक्ल पक्ष की प्रदोष को मनाया जाता है।
20 जून 2024: भाव प्रदोष: यह प्रदोष भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं।
21 जून 2024: वट सावित्री व्रत (पूर्णिमा): यह व्रत महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती हैं।
22 जून 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत: इस दिन लोग स्नान, दान और पुण्य कार्य करते हैं।
23 जून 2024: शनि प्रदोष: यह प्रदोष भगवान शनि को समर्पित है। इस दिन लोग भगवान शनि की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि तिथियों में थोड़ा बदलाव हो सकता है, इसलिए अपने क्षेत्र के अनुसार सटीक तिथियों की जानकारी प्राप्त कर लें।